नई दिल्ली।
एक ताजा रिपोर्ट में सामने आया है कि फर्जी और मैलिशस ऐप्स के जरिए यूजर्स को चूना लगाने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। रिपोर्ट में ऐसे ही एक ऐप को स्मार्टफोन से हटाने की सलाह दी गई है। इस ऐप को करोड़ों यूजर्स ने डाउनलोड किया है, जो उनके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इस रिपोर्ट में जिस ऐप को यूजर्स के लिए खतरनाक बताया गया है वह Snaptube है।


डिलीट कर दें ये 'खतरनाक' ऐप
Snaptube एक मशहूर विडियो डाउनलोडर ऐप है। रिपोर्ट के मुताबिक, डाउनलोड होने के बाद यह ऐप बिना परमिशन के ही यूजर्स को प्रीमियम सर्विस के लिए साइन-अप कर देता है। इसके अलावा यह विज्ञापनों को डाउनलोड और क्लिक भी करा देता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल 7 करोड़ से ज्यादा फ्रॉड ट्रांजेक्शन स्नैपट्यूब के जरिए की गई थीं, वहीं इस साल ऐसी 3.2 ट्रांजेक्शन सामने आ चुकी हैं।

करोंड़ों है यूजर्स
खास बात है कि यह मोबाइल ऐप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध नहीं है। यह यूट्यूब, फेसबुक, और इंस्टाग्राम समेत सभी बड़ी बेवसाइट्स से विडियो डाउनलोड करने की सुविधा देता है। यही वजह है कि यूजर्स इसे गूगल पर मौजूद वेबसाइटों से सर्च करके डाउनलोड कर लेते हैं। Snaptube की खुद की भी वेबसाइट है। इस वेबसाइट की मानें तो ऐप को दुनियाभर में 300 मिलियन (30 करोड़) से ज्यादा यूजर्स हैं। यह हुवावे की AppGallery पर भी मौजूद है।

स्थिति बद से बदतर
Upstream की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल की पहली तिमाही में पिछले सालों के मुकाबले दोगुने मैलिशस ऐंड्रॉयड ऐप्स सामने आए हैं। इसके मुताबिक, जनवरी से मार्च के बीच हुई कुल ट्रांजेक्शन में से 89 फीसदी फर्जीवाडे से किए गए। खास बात यह है कि पहली तिमाही में मिले टॉप 10 'खतरनाक' ऐप्स में से 9 गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध थे। वहीं, पिछले साल ऐसे टॉप 100 ऐप्स में से 30 फीसदी प्ले स्टोर पर मिले थे।